सत्यवती कॉलेज के सभागार में एन.सी.डबल्यू.ई.बी. ने अपना 79वाँ वार्षिकोत्सव मनाया। कार्यक्रम का लक्ष्य पिछले एक अकादमिक सत्र के दौरान एन.सी.डबल्यू.ई.बी. की वार्षिक प्रगति और उपलब्धियों को सबके सामने रखने के साथ छात्राओं की अकादमिक उत्कृष्ठता, सांस्कृतिक सहभागिता का सम्मान करना भी था। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राष्ट्रीय शैक्षिक योजना एवं प्रशासन विश्वविद्यालय की माननीय कुलपति प्रो. शशिकला वंजारी, विशिष्ट अतिथि डॉ. विकास गुप्ता, रजिस्ट्रार, दिल्ली विश्वविद्यालय अन्य विशिष्ट अतिथि प्रो. अंजु सेठ, प्राचार्य, सत्यवती महाविद्यालय, प्रो. हरीन्द्र कुमार, प्राचार्य, सत्यवती महाविद्यालय(सांध्य) की गरिमामयी उपस्थिति रही। इसके अतिरिक्त एन.सी.डबल्यू.ई.बी. के चेयरपर्सन प्रो. बलराम पाणि, निदेशक प्रो. गीता भट्ट व उपनिदेशक डॉ. सुरेन्द्र कुमार भी उपस्थित रहे। अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में एन.सी.डबल्यू.ई.बी. के चेयरपर्सन छात्राओं का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि आपकी आज की सफलता कल के गौरवमयी अतीत का आधार है।
उन्होंने एन.सी.डबल्यू.ई.बी. की प्रगति को लक्षित करते हुए कहा, “Peaceful Progress is always better than tasteful success.” एन.सी.डबल्यू.ई.बी. की निदेशक प्रो. गीता भट्ट ने छात्राओं के सर्वांगीण विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई। इसके साथ ही सत्र 2023-24 की वार्षिक रिपोर्ट पढ़ते हुए एन.सी.डबल्यू.ई.बी. की छात्राओं की राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय उपलब्धियों का भी उल्लेख किया। साथ ही दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा एन.सी.डबल्यू.ई.बी. की छात्राओं की आर्थिक सहायता हेतु प्रदत्त अनुदान का भी ज़िक्र किया। मुख्य अतिथि प्रो.शशिकला वंजारी ने अपने संबोधित में शिक्षा के गहन अर्थों, उद्देश्यों, मूल्यों की विशद चर्चा की। उन्होंने दैनिक आत्ममूल्यांकन, सामाजिक उपयोगिता, स्वावलंबन, आत्मविश्वास, चरित्र के निखार, समस्या समाधान व भारतीय शील की महत्ता की बात रखी। उन्होंने कहा कि सिर्फ डिग्री प्राप्त कर लेना ही शिक्षा नहीं है बल्कि समाज की समझ विकसित करते हुए शिक्षा के सामाजिक उपयोगिता को व्यवहार में लाना शिक्षा को सार्थकता प्रदान करती है।
इस वार्षिकोत्सव में सभी 26 केंद्रों और एक पीजी केंद्र की अकादमिक उत्कृष्ठता प्राप्त करने वाली छात्राओं को सम्मानित किया गया। सांस्कृतिक प्रस्तुति प्रतियोगिता में कुल 19 प्रतिभागी दलों ने भाग लिया जिसमें से तीन सर्वश्रेष्ठ दलों को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम में 700 से अधिक छात्राओं की उपस्थिति रही। सत्यवती कॉलेज सत्यवती कॉलेज
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