NCWEB 7 अप्रैल 2025, दिन सोमवार को सत्यवती महाविद्यालय के सत्या सभागार में एन.सी.डबल्यू.ई.बी. ने अपना 80वाँ वार्षिकोत्सव मनाया। इस वार्षिकोत्सव की थीम “संस्कृति और सभ्यता का महाकुम्भ- देशज मेलों में झलकती भारतीय संस्कृति” थी। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बाबा भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय, लखनऊ के माननीय कुलपति प्रो. आर. के. मित्तल ने भारतीय सभ्यता व संस्कृति के मूल आत्मबोध व समावेशी दृष्टिकोण पर बात करते हुए वर्क फ़ोर्स में महिला सहभागिता की कमी पर ध्यान खींचा। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा में ग्रॉस एनरोलमेंट की जरूरत है जो आगे चलकर शोध, नवाचार, रोजगार, विकास की नई संभावनाओं को जन्म देगा। उन्होंने कहा कि रोजगार के लिए केवल सरकार पर निर्भर रहना उचित नहीं बल्कि हमें उद्यमिता की तरफ बढ़ना होगा।
इस वार्षिकोत्सव का लक्ष्य पिछले एक अकादमिक सत्र के दौरान NCWEB की वार्षिक प्रगति और उपलब्धियों को सबके सामने रखने के साथ छात्राओं की अकादमिक उत्कृष्ठता, सांस्कृतिक सहभागिता का सम्मान करना भी था। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बाबा भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय, लखनऊ के माननीय कुलपति प्रो. आर. के. मित्तल, विशिष्ट अतिथि प्रो. सुभाष कुमार सिंह, प्राचार्य, सत्यवती महाविद्यालय, प्रो. हरिमोहन शर्मा, प्राचार्य, सत्यवती महाविद्यालय(सांध्य) की गरिमामयी उपस्थिति रही। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता दिल्ली विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता एवं एन.सी.डबल्यू.ई.बी. के चेयरपर्सन प्रो. बलराम पाणि को करनी थी जो अपरिहार्य कारणों से उपस्थित नहीं हो सके। इसके अतिरिक्त एन.सी.डबल्यू.ई.बी. की निदेशक प्रो. गीता भट्ट व उपनिदेशक डॉ. सुरेन्द्र कुमार भी उपस्थित रहे।
एन.सी.डबल्यू.ई.बी. छात्राओं की निदेशक प्रो. गीता भट्ट ने छात्राओं के सर्वांगीण विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई। इसके साथ ही सत्र 2024-25 की वार्षिक रिपोर्ट पढ़ते हुए NCWEB की छात्राओं की राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय उपलब्धियों के साथ प्लेसमेंट का विवरण भी दिया। साथ ही दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा NCWEB की छात्राओं की आर्थिक सहायता, फेलोशिप, पुस्तकालय सुविधा का भी ज़िक्र किया।
इस वार्षिकोत्सव में सभी 26 केन्द्र और एक पीजी केंद्र के सभी अकादमिक उत्कृष्ठता प्राप्त करने वाली छात्राओं को सम्मानित किया गया। छात्राओं ने अहिल्याबाई होल्कर के जीवन पर एक उत्कृष्ट नाट्यप्रस्तुति भी की। सांस्कृतिक प्रस्तुति प्रतियोगिता में कुल 15 प्रतिभागी दलों ने भाग लिया जिसमें से तीन सर्वश्रेष्ठ दलों को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम में 800 से अधिक छात्राओं की उपस्थिति रही।
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