2024 का शिक्षा बजट शिक्षा के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण सुधार और नीतियों को शामिल करते हुए पेश किया गया है। इस बजट में शिक्षा के विभिन्न पहलुओं पर विशेष ध्यान दिया गया है, जिससे विद्यार्थियों और शिक्षण संस्थानों को लाभ मिलेगा।
मुख्य बिंदु
- कुल बजट आवंटन: शिक्षा क्षेत्र के लिए 2024 में ₹1.2 लाख करोड़ का बजट आवंटित किया गया है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 15% अधिक है।
- डिजिटल शिक्षा: डिजिटल लर्निंग को बढ़ावा देने के लिए ₹10,000 करोड़ का प्रावधान किया गया है। इस राशि का उपयोग ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में स्मार्ट क्लासरूम, ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म और ई-लर्निंग सामग्री के विकास के लिए किया जाएगा।
- शिक्षकों का प्रशिक्षण: शिक्षकों के प्रशिक्षण और विकास कार्यक्रमों के लिए ₹5,000 करोड़ का बजट रखा गया है, जिससे वे नई तकनीकों और शिक्षण विधियों को अपनाने में सक्षम हो सकें।
- उच्च शिक्षा में सुधार: उच्च शिक्षा के सुधार और अनुसंधान के लिए ₹20,000 करोड़ का प्रावधान किया गया है। इसमें नए विश्वविद्यालयों और अनुसंधान संस्थानों की स्थापना, मौजूदा संस्थानों की अपग्रेडेशन और स्कॉलरशिप प्रोग्राम शामिल हैं।
- आधारभूत संरचना विकास: स्कूलों और कॉलेजों में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए ₹15,000 करोड़ का बजट रखा गया है। इसमें नई कक्षाओं का निर्माण, प्रयोगशालाओं का उन्नयन और पुस्तकालयों की स्थापना शामिल है।
विशेषताएँ
- समावेशी शिक्षा: दिव्यांग और विशेष जरूरतों वाले बच्चों के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं। इसके तहत विशेष शिक्षकों की नियुक्ति और समावेशी शिक्षा सामग्री का विकास किया जाएगा।
- बालिका शिक्षा: बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए विशेष योजनाएँ और छात्रवृत्तियाँ प्रदान की जाएंगी, जिससे लड़कियों की शिक्षा तक पहुँच और गुणवत्ता में सुधार हो सके।
- क्षेत्रीय भाषाओं में शिक्षा: क्षेत्रीय भाषाओं में शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए पाठ्यपुस्तकों और शिक्षण सामग्री का अनुवाद और प्रकाशन किया जाएगा, जिससे छात्रों को अपनी मातृभाषा में शिक्षा प्राप्त करने में आसानी हो।
- व्यावसायिक शिक्षा: व्यावसायिक शिक्षा और कौशल विकास कार्यक्रमों के लिए विशेष बजट आवंटित किया गया है, जिससे युवाओं को रोजगार योग्य कौशल प्रदान किए जा सकें।
यह भी जरूर पढ़े :