बिहार में सियासी ड्रामे का आज अंत हो गया. नीतीश कुमार महागठबंधन से अलग होकर एनडीए के साथ मिलकर बिहार में नई सरकार बना ली है. नीतीश कुमार ने नौवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. शपथ लेने के बाद उनकी पहली प्रतिक्रिया सामने आई है. नीतीश कुमार ने राजद पर हमला बोलते हुए कहा कि तेजस्वी यादव कोई काम नहीं कर रहे थे. हम सबको एकजुट करके चल रहे थे.
नीतीश ने तेजस्वी के तेजी से काम करने के दावे को खारिज करते हुए कहा कि कोई भी तेजी से काम नहीं कर रहा था. पहले भी एनडीए में थे और अब फिर से आ गए हैं. उन्होंने कहा कि हम जहां थे अब वहीं फिर से आ गए हैं. बीजेपी के साथ पहले भी थे आगे भी रहेंगे. इधर उधर जाने का सवाल ही नहीं उठता है.
दरअसल, नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण से पहले तेजस्वी यादव का बड़ा बयान सामने आया था. बयान में तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को थका हुआ बताया था. तेजस्वी ने कहा था कि जब मंत्री हमारा है और विभाग हमारा है तो हम क्रेडिट क्यों न लें. यही मुख्यमंत्री जी जो 2020 के चुनाव में कहते थे कहां से पैसा लाएगा और देगा? जो मुख्यमंत्री कहता था कि नौकरी देना असंभव है उनसे हमने एक हफ्ते के भीतर बड़ा ऐलान करवाने का काम किया.
तेजस्वी यादव ने कहा कि हम लोगों ने बिहार में कई नीतियों को लाने का काम किया. इनमें स्पोर्ट्स नीति भी काफी अहम है. इसमें हमने कहा कि जो खेलेगा उसे भी और जो पढ़ेगा उसे भी हम नौकरी देंगे. हमने 17 महीने में जो काम किया वो तो 17 साल में नहीं हुआ. शिक्षा विभाग राजद के पास था, हमारे मंत्रियों ने नौकरियां देने का काम किया. ये बीजेपी और नीतीश कुमार की सरकार तो 17 साल तक रही.
वहीं, इंडिया गठबंधन को लेकर सियासी चर्चे पर तेजस्वी यादव ने कहा कि इससे गठबंधन को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है और गठबंधन पूरी तरह से मजबूत है. नीतीश कुमार को लेकर तेजस्वी यादव ने कहा कि हम लोगों ने बड़े संयम से गठबंधन धर्म का पालन किया है. हम लोग अब अपनी बातों को जनता के बीच रखेंगे.
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