प्राण प्रतिष्ठा से पहले उत्तर प्रदेश एटीएस ने अयोध्या से दो संदिग्धों को धर दबोचा. इन संदिग्धों से हिरासत में लेकर एटीएस पूछताछ कर रही है. ये संदिग्ध आतंकियों से जुड़े बताए जा रहे हैं. बताया जा रहा है कि इन दोनों संदिग्धों का कनाडा में मारे गए सुक्खा दुनके और अर्श डल्ला गैंग से कनेक्शन बताया जा रहा है.
4 दिन बाद होगी प्राण प्रतिष्ठा
दो संदिग्धों को ऐसे समय पर हिरासत में लिया गया है, जब अयोध्या में 4 दिन बाद प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम होना है. इस महासमारोह में पीएम मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत कई गणमान्य हस्तियां मौजूद रहेंगी. इसी महीने की शुरुआत में लखनऊ से यूपी एसटीएफ ने दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया था. इन संदिग्धों ने राम मंदिर उड़ाने और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जान से मारने की धमकी दी थी. आरोपियों की पहचान गोंडा के रहने वाले तहर सिंह और ओम प्रकाश मिश्रा के तौर पर हुई है. पुलिस को गिरफ्तार किए लोगों के पास से 2 मोबाइल फोन, वाईफाई राउटर और डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर भी बरामद हुए थे.
27 दिसंबर 2023 को यूपी एसटीएफ के कंट्रोल रूम को डीजीपी दफ्तर से सूचना मिली थी कि @idevendraoffice नाम के ट्विटर हैंडल से यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जान से मारने और अयोध्या में राम मंदिर को उड़ाने की धमकी दी है. ट्वीट में लिखा था कि आईएसआई के जुबैर खान ने मेल में धमकी दी है. वरिष्ठ अफसरों के आदेश के बाद एसटीएफ के डीएसपी परमेश कुमार शुक्ला की अगुआई में एक जांच टीम बनाई गई. बता दें कि अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के मद्देनजर शहर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.
अयोध्या में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
UPSSF के 1 हजार जवानों को सुरक्षा में तैनात किया गया है. AI तकनीक से लैस कैमरे चप्पे-चप्पे पर नजर रखेंगे और पूरे शहर को किले में तब्दील कर दिया गया है. बता दें कि अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के कारण 22 जनवरी को देश भर में केंद्र सरकार के सभी कार्यालय आधे दिन के लिए बंद रहेंगे.
केंद्रीय कार्मिक राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने बताया कि यह फैसला लोगों के जबर्दस्त उत्साह को देखते हुए लिया गया है. उन्होंने कहा, ‘इसे लेकर देशभर में जनता की काफी मांग थी. 22 जनवरी को केंद्र सरकार के कार्यालयों को आधे दिन के लिए बंद करने का निर्णय जनभावनाओं को देखते हुए लिया गया है.’
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