बीजेपी ने मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के लिए पर्यवेक्षक तय कर दिया हैं । इन तीनों राज्यों में अभी तक मुख्यमंत्रियों का चयन अब तक नहीं हो सका है. सीएम का चयन मानो बीजेपी के लिए सिरदर्दी बन गई है. अब पार्टी ने दोनों राज्यों के लिए तीन-तीन पर्यवेक्षक नियुक्त किए हैं. मध्य प्रदेश में मनहोर लाल खट्टर, के लक्ष्मण और आशा लकड़ा पर्यवेक्षक बनाए गए हैं. वहीं राजस्थान के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विनोद तावड़े और सरोज पांडेय को पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है. वहीं छत्तीसगढ़ के लिए अर्जुन मुंडा, सर्बानंद सोनोवाल और दुष्यंत कुमार गौतम को पर्यवेक्षक बनाया गया है.
तीनों राज्यों में मुख्यमंत्री की कुर्सी किन-किन नेताओं को मिलेगी, बीजेपी इन्हीं पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट के आधार पर तय करेगी. सूत्रों के मुताबिक, मध्य प्रदेश में बीजेपी विधायक दल की बैठक 10 दिसंबर को बुलाई गई है. ये बैठक दिल्ली से भेजे गए पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में होगी. सीएम के नाम पर सस्पेंस 10 दिसंबर तक समाप्त होने की उम्मीद है. राजस्थान में ऑब्जर्वर नियुक्त होने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से छत्तीसगढ़ के ऑब्जर्वर अर्जुन मुंडा ने मुलाकात की है.
बीजेपी में जीत का क्रेडिट लेने की लगी होड़
मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने बड़ी जीत हासिल की है. तीनों ही राज्यों में बीजेपी ने संभावित मुख्यमंत्री का नाम ऐलान नहीं किया था. हालांकि, मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान जीत की क्रेडिट लेने में लगे हैं, तो वहीं राजस्थान में वसुंधरा राजे और छत्तीसगढ़ में रमन सिंह. चुनाव में बड़ी जीत के बाद से ही शिवराज सिंह चौहान लगातार जनता के बीच देखे जा रहे हैं. वह वीडियो माध्यम से भी मध्य प्रदेश की जनता से जुड़े हुए हैं.
राजस्थान में हाई-वोल्टेज ड्रामा
राजस्थान को लेकर तो बीते कुछ दिनों हाई-ड्रामा देखा गया है. यहां पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने अपने समर्थक विधायकों को लेकर किनारा पकड़ लिया है, जिससे बीजेपी की मुश्किलें और बढ़ी. उन्होंने अपने समर्थक विधायकों को रिजॉर्ट तक में शिफ्ट करा दिया. हालांकि, बाद में हाई कमान के बुलावे पर वह दिल्ली भी आईं लेकिन मुलाकात के बाद वह मुस्कुराते हुए बाहर निकलीं, जिससे उनके सीएम बनने की अटकलें और तेज हो गई.
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