स्वर्णिम भविष्य दिल्ली विश्वविद्यालय के हंसराज कॉलेज में निष्ठा सोसायटी द्वारा दिल्ली सरकार की शिक्षा निदेशक एवं आईएएस वेदिथा रेड्डी के एकल व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विद्यार्थियों से संवाद करते हुए उन्होंने कहा कि सरकारी विद्यालय ही भारत के स्वर्णिम भविष्य का निर्माण करेंगे और विद्यालयी शिक्षा में पनपे एक अलग किस्म के श्रेष्ठता और हीनता बोध को भी समाप्त करेंगे।
उन्होंने अभिभावकों से भी आह्वान किया की विद्यालयों में प्रवेश की अंधी दौड़ में शामिल हुए बिना उन्हें अपनी मानसिकता को बदलने की आवश्यकता है . उन्होंने कहा कि आप देश की श्रेष्ठ सेवाओं में शुमार सिविल सेवा के परिणामों का आप मूल्यांकन करेंगे तो पाएंगे कि अधिकतम सफल अभ्यर्थी सरकारी विद्यालयों से ही शिक्षा प्राप्त की है।
इस अवसर पर उन्होंने सिविल सेवा तैयारी की अपनी यात्रा को साझा करते हुए कहा कि हर अभ्यर्थी की तैयारी का अपना तरीका होता है और उस पर ही विश्वास करना चाहिए।
उन्होंने अपना उदहारण देते हुए कहा कि आप स्कूल कॉलेज या अपनी कोचिंग में औसत विद्यार्थी भी हैं तब भी आत्मविश्वास रखते हुए इस परीक्षा में सफलता प्राप्त कर सकते हैं . उन्होंने कहा की प्रामाणिक पुस्तकों को आधार बनाकर उनका अध्ययन करना , हर दिन स्वाध्याय की योजना बनाना , पुराने प्रश्नों का निरन्तर अभ्यास करना और धैर्य बनाये रखना ही इस परीक्षा में सफलता का मूलमंत्र है।
इस अवसर पर उन्होंने निष्ठा के चयनित विद्यार्थियों का मेडल पहनकर उन्होंने अभिनंदन किया . कार्यक्रम में कॉलेज प्राचार्य प्रो. रमा , समिति संयोजक डॉ. प्रभांशु ओझा कॉलेज बर्सर डॉ. मंजीत सिंह सग्गी , सोसायटी अध्यक्ष प्रिंस मलिक , चीफ लाइब्रेरियन डॉ. नरेंद्र सिंह रावत , डॉ. पीयूष द्विवेदी , डॉ. विनोद मायला एवं दिल्ली विश्वविद्यालय सोशल सेंटर स्कूल की वाइस प्रिंसिपल डॉ. गरिमा भारती उपस्थित रहे।
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