Mumbai Indians ने वो कर दिया, एक महीने पहले तक जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी. इंडियन प्रीमियर लीग की सबसे सफल टीमों में से एक मुंबई ने अपने सबसे सफल कप्तान और टीम को 5 बार चैंपियन बनाने वाले रोहित शर्मा को कप्तानी से हटा दिया. मुंबई ने ये जिम्मेदारी अब अपने ही पूर्व ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या को दी, जिन्होंने पिछले 2 सीजनों में गुजरात टाइटंस की सफल कप्तानी की थी. सवाल ये है कि इतनी सफलता के बावजूद और संन्यास से पहले ही फ्रेंचाइजी ने रोहित को हटाने का फैसला क्यों किया? क्या इसका वर्ल्ड कप के प्रदर्शन से भी लेना-देना है?
पांच बार की IPL चैंपियन Mumbai Indians ने शुक्रवार 15 दिसंबर को एक बयान जारी कर ऐलान किया कि अगले सीजन से हार्दिक पंड्या ही टीम के कप्तान होंगे. इसके साथ ही पिछले 10 साल से चला आ रहा रोहित शर्मा का सफल कार्यकाल भी खत्म हो गया. मुंबई ने ये पांचों खिताब रोहित की कप्तानी में ही जीते थे. हालांकि पिछले लगातार 3 सीजन में टीम खिताब जीतने में नाकाम रही. बल्कि 2022 में तो टीम पहली बार आखिरी स्थान पर रही थी. उसी सीजन में गुजरात ने खिताब जीता था.
Mumbai Indians में हार्दिक की वापसी था इशारा
26 नवंबर को प्लयेर्स रिटेंशन डे से दो दिन पहले ही खबरें आने लगी थीं कि हार्दिक पंड्या की Mumbai Indians में वापसी हो रही है. तब से ही ये अंदाजा लगाया जाने लगा था कि हार्दिक ही टीम के कप्तान होंगे. मुंबई ने हार्दिक की वापसी का ऐलान तो कर दिया था लेकिन कप्तानी में बदलाव के लिए करीब 3 हफ्तों का इंतजार किया. सवाल ये है कि मुंबई को ऐसी जरूरत क्यों पड़ी? क्या फ्रेंचाइजी को बतौर कप्तान रोहित शर्मा की काबिलियत पर शक होने लगा था? क्या इसमें टीम इंडिया का वर्ल्ड कप से चूकना अहम वजह बना?
IPL की नाकामी, वर्ल्ड कप की हार बनी वजह?
अगर देखा जाए तो ये वजह संभव दिखती है क्योंकि न सिर्फ टीम पिछले 3 सीजनों में खिताब के करीब भी नहीं पहुंच पाई, बल्कि 2 सीजनों में तो उसे मैच जीतने के लिए भी संघर्ष करना पड़ रहा था. साथ ही खुद रोहित के बल्ले से भी IPL में रन नहीं निकल रहे थे. इतना ही नहीं, रोहित शर्मा को इसी उम्मीद के साथ टीम इंडिया का कप्तान बनाया गया था कि वो 2013 से चले आ रहे खिताबी सूखे को खत्म करेंगे लेकिन ऐसा भी नहीं हुआ.
पिछले एक साल में रोहित की कप्तानी में टीम इंडिया ने 3 ICC टूर्नामेंट गंवा दिए. इसमें भी 19 नवंबर को अहमदाबाद में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ल्ड कप फाइनल की हार सबसे ज्यादा चुभने वाली थी, क्योंकि ये वर्ल्ड कप भारत में ही हुआ था और टीम का प्रदर्शन लगातार शानदार था. इसके बावजूद फाइनल में रोहित के कई फैसले बेहद निराशाजनक रहे, जिससे टीम ने पहले ही जीत की उम्मीद खो दी थी.
भविष्य को देखते हुए भी फैसला
इसलिए हैरानी की बात नहीं है कि वर्ल्ड कप फाइनल के महज 5 दिनों के अंदर ही हार्दिक की मुंबई इंडियंस में वापसी की खबरें आने लगी थीं और 27 नवंबर को 2 साल के इंतजार के बाद ये साकार भी हो गया. हार्दिक ने जिस तरह सिर्फ 2 सीजन में गुजरात को सफलता दिलाई और टीम इंडिया में भी उन्हें भविष्य के कप्तान के रूप में देखा जा रहा है, उससे साफ है कि मुंबई ने इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए रोहित को किनारे करने का फैसला किया.
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